Thursday, May 2, 2013

लोकसभा में प्रश्‍न//उत्‍तर: पार्सल-बुकिंग

02-मई-2013 14:33 IST
पार्सल स्‍पेस खुली निविदाओं के माध्‍यम से बोली आमंत्रित करके निजी पार्टियों को पट्टे पर
रेल राज्‍य मंत्री श्री अधीर रंजन चौधरी ने आज लोकसभा में एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में बताया कि सहायक गार्ड के केबिन (एजीसी), ब्रेकवैन (एसएलआर) और पार्सल वैन (वीपी) का पार्सल स्‍पेस खुली निविदाओं के माध्‍यम से बोली आमंत्रित करके निजी पार्टियों को पट्टे पर दिया जाता है। रेलों द्वारा सहायक गार्ड के केबिन (एजीसी) और ब्रेकवैन (एलएलआर) को पट्टे पर देने के लिए रिजर्व मूल्‍य उस गाड़ी में पार्सलों की बुकिंग के लिए लागू भाड़ा दरों के समतुल्‍य निर्धारित किया जाता है। पट्टाधारी विभिन्‍न ग्राहकों से पार्सल इकट्ठे करक रेलों को समेकित कार्गो पेश करता है ताकि लीज पर दिए गए स्‍थान पर लदान करके निर्धारित दो बिंदुओं के बीच उसकी ढुलाई की जा सके। पट्टाधारी द्वारा पार्सली का विपणन, संग्रहण, वितरण, लदान और उसकी उतराई की जाती है। पट्टाधारी बेहतर डोर-टू-डोर सेवा मुहैया कराने के बदले अपने ग्राहकों से कुछ पारिश्रमिक लेते हैं, जिससे रेलवे का कोई सरोकार नहीं है। बहरहाल, आंरभिक स्‍टेशन के साथ-साथ मध्‍यवर्ती स्‍टेशनों से प्रत्‍येक यात्री गाड़ी के ब्रेकवैन का एक डिब्‍बा समाचार पत्रों, सामान, पालतू जानवरों आदि की निकासी के लिए रेलवे के पास रखा जाता है, जिसमें रेलवे द्वारा इस किस्‍म की बुकिंग के लिए लागू भाड़ा दरों पर पार्सल बुक किए जाते हैं। (PIB)
मीणा/तारा—2155

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