पत्रिका ‘उन्मुक्त’ का विमोचन भी किया गया
संपूर्ण भारतीय रेल प्रणाली में फैले महिला कल्याण संगठनों की श्रृंखला के एक शीर्ष निकाय, केंद्रीय रेलवे महिला कल्याण संगठन (आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ) की ओर से आज यहां आयोजित महिला दिवस समारोह के अवसर पर रेलवे की 32 उल्लेखनीय महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री विनय मित्तल पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि थे। आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की अध्यक्ष श्रीमती पूनम मित्तल के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में अन्य लोगों के अलावा भारतीय रेल के अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिजन भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने भाषण में श्री विनय मित्तल ने कहा कि आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ हमेशा ही समाज और राष्ट्र की पुकार पर आगे आया है, चाहे वह पर्यावरण संबंधी जागरूकता, परिवार कल्याण अभियान, देश की सीमा पर व्यवधान अथवा प्राकृतिक आपदाओं का ही मुद्दा क्यों न हो। देश के अग्रणी स्वैच्छिक संगठनों में से एक होने के नाते उन्होंने आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की सराहना की।
आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की अध्यक्ष श्रीमती पूनम मित्तल ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की पत्रिका ‘उन्मुक्त’ का विमोचन भी किया गया।
पुरस्कार समारोह में इस्मत खानम् चुघतई द्वारा लिखी गई और नसीरूद्दीन शाह द्वारा निर्देशित 25 मिनट की तीन लघु नाटकों – छुई-मुई, नन्हीं की नहीं और दो हाथ का मंचन किया गया। (पत्र सूचना कार्यालय) 10-सितम्बर-2012 19:11 IST
संपूर्ण भारतीय रेल प्रणाली में फैले महिला कल्याण संगठनों की श्रृंखला के एक शीर्ष निकाय, केंद्रीय रेलवे महिला कल्याण संगठन (आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ) की ओर से आज यहां आयोजित महिला दिवस समारोह के अवसर पर रेलवे की 32 उल्लेखनीय महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री विनय मित्तल पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि थे। आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की अध्यक्ष श्रीमती पूनम मित्तल के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में अन्य लोगों के अलावा भारतीय रेल के अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिजन भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने भाषण में श्री विनय मित्तल ने कहा कि आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ हमेशा ही समाज और राष्ट्र की पुकार पर आगे आया है, चाहे वह पर्यावरण संबंधी जागरूकता, परिवार कल्याण अभियान, देश की सीमा पर व्यवधान अथवा प्राकृतिक आपदाओं का ही मुद्दा क्यों न हो। देश के अग्रणी स्वैच्छिक संगठनों में से एक होने के नाते उन्होंने आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की सराहना की।
आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की अध्यक्ष श्रीमती पूनम मित्तल ने भी उपस्थित लोगों को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की पत्रिका ‘उन्मुक्त’ का विमोचन भी किया गया।
पुरस्कार समारोह में इस्मत खानम् चुघतई द्वारा लिखी गई और नसीरूद्दीन शाह द्वारा निर्देशित 25 मिनट की तीन लघु नाटकों – छुई-मुई, नन्हीं की नहीं और दो हाथ का मंचन किया गया। (पत्र सूचना कार्यालय) 10-सितम्बर-2012 19:11 IST
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